अब हिन्दी विकीपीडिया भी चला चोरी की राह पर???

कुछ वर्षों पहले माननीय संजीव तिवारी जी के ब्लॉग पर मैंने पीले पलाश पर एक लेख लिखा था| आज जब मैं गूगल के माध्यम से इसे तलाश रहा था तो यही सामग्री विकीपीडिया में मिली| सामग्री कुछ घुमा-फिराकर लिखी गयी है पर कुछ वाक्य तो जस के तस हैं| अब इसमे इस चोर का नाम तो नहीं लिखा है पर मै प्रयासरत हूँ कि इसे बेनकाब किया जाए|

http://hi.wikipedia.org/wiki/पलाश

(इस लिंक के लिए कापी पेस्ट तकनीक अपनाए| सीधे क्लिक करने पर कुछ दूसरा ही पेज खुलता है| )

यदि ये महाशय अनुमति ले लेते या सामग्री का स्रोत लिख देते तो कुछ शराफत झलकती, इन्होने ने पूरा मैटर ही उड़ा लिया| पता चला कि इन्होने बहुत से लेखों को चुराया है इसी तरह हिन्दी सेवा के नाम पर| ज्यादातर ब्लॉगर से चुराई गयी सामग्री है| मै आगे इनका खुलासा करूंगा|

Comments

हिन्दी में अभी भी मूल स्रोत की जानकारी देना कमज़ोरी माना जाता है. आशा है, लोग इस हीनभावना से भी मुक्त होंगे.
Anonymous said…
जो कुछ इस लिंक में देखा-समझ पाया, उससे खिन्नता ही हुई

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