अन्ध-विश्वास के साथ मेरी जंग : कुछ अनुभव -94
अन्ध-विश्वास के साथ मेरी जंग : कुछ अनुभव -94 - पंकज अवधिया आस्ट्रेलिया मे हाल ही लगी जंगली आग की खबर ने मुझे परेशान कर दिया। मेरे बहुत से वैज्ञानिक मित्र वहाँ पर है। समाचार पत्रो के अनुसार 200 से अधिक लोग इस आग के शिकार हो चुके है। अभी भी कई जगहो पर आग फैली हुयी है। मैने अपने एक मित्र राड को सन्देश भेजा और हाल-चाल जानना चाहा। मैने सन्देश मे लिखा कि मै आस्ट्रेलिया की वनस्पतियो के बारे मे ज्यादा नही जानता पर यदि प्रभावित क्षेत्र मे जाना हो तो गौर से देखना कि माँसल पौधो पर आग का क्या असर हुआ है? मुझे लगता है कि जिन क्षेत्रो मे माँसल (succulent) वनस्पतियाँ रही होगी वहाँ आग से नुकसान अपेक्षाकृत कम हुआ होगा। राड का जवाब आ गया। उन्होने बताया कि वे पश्चिमी आस्ट्रेलिया मे है, आग से 3500 किमी दूर। भले ही आग ने उन्हे प्रभावित नही किया हो पर यह पूरे आस्ट्रेलिया के लिये एक सबक है। माँसल वनस्पतियो और आग की विभीषिका उनके शब्दो मे पढे “As for succulents, Australia has very few native succulents, certainly no native Cactaceae. Most of ...