मकोड़ा खाइए और मर्द बन जाइए

औषधीय मकोड़े रेड वेलवेट माईट पर मेरे शोध कार्यो को छत्तीसगढ़ के एक अखबार जनसत्ता ने बड़े ही रोचक ढंग से प्रकाशित किया था| आज जब मैंने इसपुरानी अखबारी कतरन को अपने ब्लॉग में डाला तो सहसा श्री राजकुमार सोनी जी के नाम पर नजर पडी, वे हिन्दी ब्लागिंग में सक्रीय है| उनकी रिपोर्टिंग ने इस शोध को सनसनीखेज बना दिया| मै उनके लेखन का सदा ही से कायल रहा हूँ| आप भी पढ़ें इसे

मकोड़ा खाइए और मर्द बन जाइए

Comments

Amitraghat said…
पंकज बहुत बढ़िया आर्टिकल है पर मुझे तो वीर बहूटी पर दया आ रही है....."
प्रणव सक्सैना amitraghat.blogspot.com
ghughutibasuti said…
चलिए वीर बहूटी को भी सदा के लिए विदा कहा जा सकता है।
काश मक्खी, मच्छर, तिलचट्टे आदि में कोई ऐसे गुण ढूँढ लेता!
घुघूती बासूती

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