रायपुर ब्लागर मीट: कुछ रोचक अनुभव - (---)

इस लेखमाला के कारण हो रहे बवाल के चलते मै इसे यही रोक रहा हूँ| रायपुर ब्लॉगर मीट पर लिखे ३५ से अधिक लेखो के कुछ अंश मै यहाँ दे रहा हूँ| कड़ीयो को प्रस्तुत न कर पाने का मुझे भी दुख है|

" मै यह बताना चाहता हूँ कि मै मुसलमान हूँ , इसलिए मैंने सर पर इसे लगाया है|" ब्लॉगर अहफाज ने अपने उद्भोधं में कहा| इस पर उनकी पोस्ट को चालीस हजार लोगो ने पढ़ा|

" छोटी लकीर को मिटाने से कुछ नहीं होने वाला, बड़ी लकीर खीचनी होगी| " ब्लॉगर अनिल पुसदकर ने जब यह कहा तो असीम संतोष का अनुभूति हुयी| लगा कि कोई कितनी भी कोशिश कर ले फूट नहीं डाल सकता|

"बहुत से ऐसे लेखक है जिनकी किताबे नहीं छपती है, हमने एक ब्लॉग बनाया और उसके माध्यम से सस्ते में ऐसे लेखको की पुस्तके छपवाकर बेचने का प्रयास किया|" ब्लॉगर सुधीर शर्मा ने ब्लागरो को अपने अनूठे योगदान के बारे में बताया"

" ब्लागर ललित शर्मा ने रहस्योघाटन किया कि उनके छोटे भाई मेरे साथ पढ़े हुए है| उनके ब्लागिंग के प्रति समर्पण से नए ब्लॉगर सीख ले सकते है|"

"रवि रतलामी जी के बाद संजीत प्रदेश के ऐसे ब्लॉगर है जिन्होंने सबसे जयादा लोगो को ब्लाग की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया|"

" एक कार्यशाला आयोजित करने का सुझाव दिया गया| जिसमे रवि रतलामी जी को आमंत्रित करने का सुझाव दिया गया| हम मन ही मन खुश हुए कि अब मुलाक़ात के बाद रतलामी सेव भी मिलेगा| "

"ब्लॉगर तरुण डोंगरे ने भले ही ज्यादा कुछ नहीं कहा पर उन्होंने ब्लाग की दुनिया से ढेरो लोगो को परिचित कराया| "

" क्या अभी तक आप बेकार है? जब हमने यह राजकुमार ग्वालानी जी से पूछा तो वे मुस्कुरा दिए| आशा है अब उनके पास कार आ गयी होगी?"
" अनिल जी ने बार-बार अलबेला जी को याद किया| उम्मीद है कि इस मंच में उनसे जल्दी ही मुलाक़ात होगी|"
" ब्लॉगर निर्मल साहू पूरे मन से संवाद सुनते रहे| उनके अखबार दैनिक छत्तीसगढ़ ने हिन्दी ब्लॉग जगत से आम लोगो परिचित कराने में अहम् भूमिका निभाई है| राज्य के ब्लॉगर इस अखबार के माध्यम से आम जनता से रूबरू होते ही रहते है| "

" मैंने जयप्रकाश मानस जी को याद किया जिन्होंने मुझे ब्लॉग की दुनिया में प्रवेश कराया| बहुत कम लोग इस नग्न सत्य को जानते है अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के मूल संस्थापको में से वे एक है और उन्होंने इसे बीज से पेड़ बनाने में अहम् भूमिका निभाई है| "

" गिरीश पंकज से मिलने की इच्छा थी पर पता चला कि वे दिल्ली प्रवास पर है| मुझे लगता है कि उनके दीर्घ अनुभव से सभी ब्लॉगर लाभान्वित हो सकते है|"

"आप छोटी -छोटी पोस्ट मै पढ़ता हूँ| आप ज्यादा क्यों नहीं लिखते? मैंने महेश सिन्हा जी से पूछा| उन्होंने मुस्कुराकर कहा कि कभी ज्यादा नहीं लिखा| मैंने उन्हें बताया कि हम आपके भाई साहबके लेख पढ़ रहे है| वे बड़ा अच्छा लिखते है|"

"ब्लॉगर मीट का समय कुछ अटपटा था| बहुत से ब्लागर बीच में ही चले गए| वे शायद अखबार से जुड़े थे और उन्हें प्रेस जाना था| मेरी बगल में बैठे डोंगरे जी भी जल्दी ही चले गए| मैंने उनसे ब्लॉगर अजय सक्सेना के बारे में पूछा|

"ब्लागरो का एक बड़ा वर्ग अनुपस्थित था| उन्हें आयोजन स्थल और गुप्त उद्देश्यों से परेशानी थी| पहले इसका पता होता तो विकल्प खोजे जा सकते थे| "

"ब्लॉगर श्याम कोरी से परिचय नया रहा| मुझे अचरज लगता है कि कैसे मैंने उनका ब्लॉग अभी तक नहीं पढ़ा|"

"बिलासपुर के ब्लॉगर अंकुर ने अपनी एक विशेष पोस्ट पर की गयी टिप्पणियों के हवाले से अपनी बात कही| इस पर चर्चा होनी चाहिए थी| "

Comments

aap galat kar rahein hain, jab 35 post ban rahi hai to dalna chaihiye aapko use yaha.
simply blogging yahi hai ki jo mann me ho use dala jaye......

i hope ki aap dalenge jo mann me hai use yaha par....

waiting, vaise mujhe nahi lagta ki koi mathadhish hai chhattisgarh bloggingspace me...as u know better.... aisa hota to mai khud blog meeting ki report nahi likh ki jiske baad hi sara bawal macha hai...

han ye aap accha kaam kar rahe hain ki sabhi k dwara kahi gai bat ko space de rahein, ye vakai me accha kam hai...

han us meet me mxmblogger 6 baje chale gaye the kynki ve media se, khastaur par print media se jude hue the, jaise ki aapki paas baithe hue dongre ji, ve haribhoomi se jude hue hain, isliye....

mai khud 6 bajte hi chalaa aaya tha meet se, naukri ka jo sawal tha....

baki pls pls n pls ravi ratlami ji se tulna k layak mai nahi hu....

still waiting for all ur post on this meet
are han, ratlami sev ka aanand mai aur sanjeev tiwari ji le chuke hain ;)
Pankaj Oudhia said…
संजीत, मैंने मठाधीश वाला हिस्सा निकाल दिया है| मुझे लगता है कि बात बढाने से कोई लाभ नहीं है|

टिप्पणी के लिए आभार|
Udan Tashtari said…
रवि रतलामी जी के बाद संजीत देश के ऐसे ब्लॉगर है जिन्होंने सबसे जयादा लोगो को ब्लाग की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया|


-यह एक सुखद खबर है. पहली बार जाना. भाई संजीत इस हेतु साधुवाद के पात्र हैं एवं उन्हें बधाई. आपका आभार कि आपने यह खबर बताई.
पंकज जी ,
मुझे लगता है कि यदि आपने श्रंखला की शुरूआत कुछ सकारात्मक रुख वाली पोस्टों से की होती तो किंचित इतनी तल्ख प्रतिक्रियाएं नहीं आती ,वैसे भी आपका उद्देश्य और नीयत साफ़ होनी चाहिए ...तो बांकी सारी दुविधाएं और भ्रम दूर हो ही जाता है ।..मगर दोष मढना ....सबसे आसान विकल्प होता है ...और स्वंय उस दोष को झेलना उतना ही दुष्कर , उम्मीद है कि अगले ब्लोग्गर मीट में इन बातों का ध्यान रखा जा सकेगा ,और शायद मौका इस बात के लिए भी दिया जा सके कि ये सब वहीं सबके आमने सामने कहा जाए

अजय कुमार झा
Anonymous said…
ब्लागरो का एक बड़ा वर्ग अनुपस्थित था|

पंकज जी, कुछ नाम भी उनके ब्लॉग पते सहित गिना देते। हमारे 88 ब्लॉगरों वाले डाटाबेस में बढ़ोत्तरी हो जाती :-)

इस विषय पर लिखना शुरू किया आपने अपनी इच्छा से, बंद कर रहे अपनी इच्छा से

पहले जैसा नियमित लेखन जारी रखेंगे, उम्मीद है

बी एस पाबला
Pankaj Oudhia said…
सरेआम गाली सुनवाये और फिर कहे कि आप अपनी मर्जी से इस लेखमाला को समाप्त कर रहे है|

वो बड़ी बेदर्दी से सर काटे ...और मैं कहूं उनसे
हुजुर आहिस्ता आहिस्ता जनाब आहिस्ता -आहिस्ता

आप लेखमाला पढ़ते तो सारे जवाब मिल जाते| पर केवल चार पोस्टो ने ही किसी की नींद उड़ा दी| आगे लिखता तो शायद दस्त लग जाते| :)

क्या पाबला जी आप भी अच्छा मजाक करते है|
Pankaj Oudhia said…
आपके लिए कुछ पंक्तियाँ अजय जी


निन्दक नियरे राखिये, आंगन कुटी छबाय
बिन साबुन पानी बिना निर्मल करे सुभाय

ऐसे ब्लॉगर को मीट में सदा राखिये , जो ब्लॉगर मीट के दोष बताये
कहे सब साफ़-साफ़ , ताकि फिर कोई गलती न दोहराए
जो केवल वाह-वाह करे उसे बाहर भगाए
चाटुकारों से परहेज कर समझदारी दिखाए

आपकी टिप्पणी के लिए आभार|
ek nivedan hai,

ye ravi ratlami ji ke baad sanjeet hi ek aise.......wali lines hata di jaye to behtar rahega kyonki isme saccchai mujhe nazar nahi aati
Pankaj Oudhia said…
यह आपका बड़प्पन है संजीत जी|
नहीं भाई साहब बात बड़प्पन वाली नहीं है।

आप देश की जगह छत्तीसगढ़ लिखें तो एक बार सही हो सकता है लेकिन देश तो बिलकुल ही नहीं।

इसलिए ही निवेदन किया कि हटा दें।
खेद है इस विषय पर आपकी अन्‍य पोस्‍ट अभी तक पढ़ नहीं पाया हूँ किंतु इस पोस्‍ट का तेवर शुद्ध ब्‍लॉगराना है इसलिए पढ़कर हिलते हैं।
आदरणीय पंकज जी ,आपने मेरी बातों का स्पष्ट उत्तर दिया आभारी हूं , मगर एक बात फ़िर भी समझ में नहीं आई , एक तो ये कि आखिरकार , लगभग ८८ ब्लोग्गर्स में से आपने ही सारी कमियां देख ली चलिए इस नज़र और इस जज़्बे को सलाम । रही बात निंदक नियरे राखिए को ...तो क्या किया जाए साहब , कहना ही आसान होत है ..मानव स्वभाव कहां समझ पाता है ये बात ......अब देखिए न जाने किस निंदा या प्रतिक्रिया से आपने भी ३५ को ५ पर ही समेट दिया । चलिए आप लिखते रहें बेबाक ..जैसा कि मसीजीवि कहते हैं ...विशुद्ध ब्लोग्गरिया स्टाईल
अजय कुमार झा
प्रभु, देश की जगह छत्तीसगढ़ कब करेंगे?

;)
Pankaj Oudhia said…
देश की जगह प्रदेश कर दिया है|
गलत शुरुआत की ....श्रृंखला को उलटा जो पढ़ रहे हैं !!!

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